कर्ज का किस्त समय पर नही भर सकी तो कर ली आत्महत्या।

कृष्ण मोहन शर्मा, June 28, 2025

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गुठनी(सिवान)

स्थानीय थानाक्षेत्र के मिश्रौली गांव में एक महिला ने ऋण का किस्त 2570 रुपया नही दे सकी तो बैंक वसूली टीम के दबाव में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। सूचना मिलने पर थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार मय पुलिस बल के साथ पहुच कर मामले की छानबीन शुरू कर दी और शव का पंचनामा बनाकर पोस्टमार्टम के लिए सिवान सदर भेज दिया। घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि मिश्रौली गांव निवासी मुकेश राम की पत्नी शुशीला देवी (32 वर्ष) मुथूट माईक्रोफिन लिमिटेड नाकाम ऋण बैंक से 65 हजार का ऋण अप्रैल 2024 में ली थी। शुशीला देवी बैंक द्वारा निर्धारित किस्त को समय से जमा कर दिया कर रही थी।

वर्तमान जून महीने का किस्त बेटे मधुकर कुमार (8 वर्ष) के हाथ टूट जाने के बाद उसके इलाज में खर्च हो जाने के कारण समय से जमा नही कर सकी थी और शनिवार को देने की वादा की थी। शनिवार सुबह मुथूट फाइनेंस लिमिटेड के तीन कर्मी दरवाजे पर पहुच कर महिला से किस्त की रकम 2570 रुपया मांगने लगे। महिला शुशीला देवी पति से वार्ता कर दोपहर एक बजे देने की बात कही। महिला द्वारा दोपहर में देने कि बात सुन वसूली करने गये ऋण बैंक कर्मियों ने महिला को उल्टा सीधा व अपमान जनित बात बोल दी जिसको महिला सहन नही कर सकी और चुपचाप छत पर बने अपने कमरे में चली गयी। शुशीला अपने कमरे में जाकर दरवाजा बंद कर ली। परिजनों ने समझा सो गई है लेकिन कुछ देर कोई आवाज नही मिला तो बेटी बंदना कुमारी (9 वर्ष) ने खिड़की से देखी तो चिल्लाने लगी। उसके चिल्लाने पर अन्य परिजन पहुचे और दरवाजा जबतक खोलते शुशीला दुप्पटा को सीलिंग पंखा में फंसाकर फंदा बनाकर छत से लटक रही थी और निर्जीव हो चुकी थी। परिजनों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। मौके पर पहुच पुलिस छानबीन में जुट गयी।

घटना की जानकारी होने पर सरपंच खुर्शीद अंसारी,चित्ताखाल के मुखिया नमिलाल पासवान,भाकपा माले प्रखंड सचिव रामाजी यादव सहित राजनीतिक सामाजिक कार्यकर्ताओं ने पहुच कर पीड़ित परिवार को ढांढस दिलाया तथा पुलिस से मांग किया कि कुछ सकारात्मक कारवाई हो जिससे ऋणी महिला प्रताड़ना की शिकार न हो।

घर जीर्णोद्धार के लिए शुशीला ने लिया था कर्ज।

गुठनी के मिश्रौली गांव निवासी आत्महत्या की शिकार मुकेश राम की पत्नी शुशीला ने पिछले वर्ष अप्रैल माह में घर जीर्णोद्धार करवाने के लिए मुथूट फाइनेंस लिमिटेड से 65 हजार का ऋण ली थी। मुकेश के अनुसार परिवार में सदस्य ज्यादा होने के कारण घर का प्रॉब्लम था जिस कारण ऋण लेकर खुद के मेहनत से एक कमरा तैयार किया था। राजमिस्त्री का दैनिक काम कर मुकेश घर का भरण पोषण के साथ ऋण का किस्त समय से चुकाया करता था। शुशीला की दो पुत्रियां माही,बंदना तथा एक पुत्र मधुकर कुमार है। बड़ी बेटी माही भुलौली उत्क्रमित उच्च विद्यालय में कक्षा 6 में पढ़ती है वही उसकी छोटी बहन बंदना उसी स्कूल में कक्षा एक मे पढ़ती है। माही का छोटा भाई मधुकर का दाहिना हाथ सड़क पर गिर जाने से टूट गया है जिसका प्लास्टर लगा हुआ है।

मैरवा में है मुथूट फाइनेंस लिमिटेड के शाखा।

ऋण का किस्त समय से नही चुका पाने के बाद बैंक कर्मियों की प्रताड़ना से आत्महत्या की शिकार महिला शुशीला ने जिस फाइनेंस से ऋण लिया था उसका शाखा मैरवा में है। सम्बंधित बैंक का पक्ष लेने के लिये पासबुक पर अंकित नम्बर पर कॉल किया गया तो जबाव मिला कि मेरा स्थानांतरण हो गया है फिर उनके द्वारा उपलब्ध कराए गए नम्बर पर मैरवा शाखा के बिरजू कुमार से बात हुई तो उन्होंने बताया ऋण वसूली कर्मी गये थे तगादा कर चले आये थे परिजनों का आरोप बेबुनियाद है।