नवविवाहिता की हत्या के आरोप के बाद ससुराल वाले घर छोड़कर फरार।
कृष्ण मोहन शर्मा, July 15, 2025

सिवान(बिहार)
जिले के गुठनी थानाक्षेत्र के बेलौर गांव में एक नवविवाहिता की हत्या कर साक्ष्य मिटाने की नीयत से शव को जला देने का मामला प्रकाश में आया है। गुठनी के बेलौर गांव निवासी शिवप्रसाद यादव की बहू पुतुल यादव के भाई चंदन यादव ने आरोप लगाया है कि मेरी बहन को उसके ससुरालियों ने दहेज के लिए हत्या कर शव को जला दिया है। नवविवाहिता पुतुल का भाई यूपी के लार थानाक्षेत्र के दोगारी मिश्र गांव का चंदन कुमार बहन की हत्या की खबर सुनकर सोमवार देर साम बेलौर गांव पहुचा तो बहन के ससुराल वाले घर छोड़कर फरार हो गये थे। चंदन ने इसकी जानकारी डायल 112 तथा गुठनी पुलिस को दी। सूचना मिलते डायल 112 तथा गुठनी पुलिस का गश्तीदल मौके पर पहुच गया। चंदन ने पुलिस जानकारी देते हुये बताया कि मेरी बहन की हत्या कर इनलोगों ने शव को जलाकर पूरी लीला समाप्त दी है साथ ही घर छोड़कर फरार हो गये है। उसने बताया बहन की हत्या की सूचना अज्ञात व्यक्ति द्वारा फोन कर दिया गया और बताया गया कि आपकी बहन की हत्या हो गयी है। सूचना मिलने के बाद हमलोग जब यहां पहुचे तो ये लोग घर छोड़कर फरार हो गए थे। चंदन यादव ने थाने में दिये आवेदन में लिखा है कि मेरी बहन पुतुल फुमारी (22वर्ष) की शादी दिनांक 5-3-2025 को बेलौर गांव निवासी शिव प्रसाद यादव के पुत्र राजेश यादव(25 वर्ष) संग हिन्दू रीति रिवाज से हुई थी। मेरी बहन को उसके ससुराल वाले 1 शिव प्रसाद यादव(ससुर),2 शांति देवी(सास) 3 रुदल यादव व इनकी पत्नी 4 ऋतु देवी,5 ललन यादव,6 विसुन दयाल सहित अन्य लोग दहेज के लिये प्रताड़ित किया करते थे। ये लोग बहन के साथ अक्सर मारपीट व अभद्र व्यवहार करते थे।

गत 13 जुलाई को ये सभी लोग एक राय होकर साजिश रचते हुये मेरी बहन पुतुल की हत्या कर लाश को जलाकर साक्ष्य मिटा दिये। इसकी जानकारी अज्ञात व्यक्तियों जब हमलोग को हुई तो मैं इनके घर पहुचा लेकिन ये लोग घर छोड़ कर फरार हो गए थे। मेरी बहन की हत्या ये लोग साजिश रचकर किये है। ये लोग अपराधी किश्म के लोग है हमको भी इन लोगों से भय है। गुठनी के बेलौर में हुई नवविवाहिता की हत्या ने समाज के लिए चिंतन का विषय छोड़ गया है। नवविवाहिता पुतुल की शादी मात्र चार माह पूर्व मार्च में हुई थी और घटना के मात्र तीन दिन पहले पति राजेश गुजरात कमाने गया था। एक नई नवेली दुल्हन की इतनी कम अवधि में हत्या के रूप में मौत समाज के लिये चिंतनीय है।